जुदाई

याद आती है तुम्हारी, हर लम्हा आती है
हर घड़ी, हर पल, हर छन आती है
ये तो जुदाई है या तेरा मुझमें घुल जाना
तेरे अलावा अब कुछ भी नजर नहीं आती है

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