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Showing posts from January, 2021

मुहब्बत लिबास नहीं जो पहन कर उतारा जाए

मुहब्बत वो लिबास है जो पहन कर उतारा जाए मुहब्बत वो कफ़न है जो पहन गुजर जाया करते हैं

खामोशी की तह में

खामोशी की तह में छुपा लो सारी उलझनें शोर कभी मुश्किलों को आसान नहीं करता

दोस्त बेशक एक 🥰

दोस्त बेशक एक हो, लेकिन ऐसा ही जो अलफ़ाज़ से अधिक खामोशी को समझे

एक आंसू भी गिरता है...

एक आंसू भी गिरता है तो लोग हजार सवाल पुछते हैं ऐ बचपन लौट कर आ, मुझे खुलकर रोना है.... 

बेपनाह मुहब्बत है 🥰

बेपनाह मुहब्बत है बेपरवाह लोगों से

ख्वाब भी तुम 😍

ख्वाब भी तुम ख्वाबो में भी तुम

मेरे सलीके से मेरी निभी मु....,

मेरे सलीके से मेरी निभी मुहब्बत में. तमाम उम्र में नाकामियों से काम लिया.

अब घबरा के ये कहते हैं....

अब घबरा के ये कहते हैं कि मर जाएंगे. मर कर भी चैन न पाया तो किधर जाएंगे.