उसकी गली में
आंखें हैं हैरान उस गली में है
क्या अजब की शान उस गली में है
बात में जान से गुजर जाना
कितना आसान उस गली में है
और एक बार मुझको जाने दो
सारा सामान उस गली में है
क्या खबर इन महल नशीनो को
अपनी जो आन उस गली में है
वही दीवारों दर, वह मेरा घर
वही दलान उस गली में है
मैं जो काफिर हूँ उस गली बाहर
मेरा इमान उस गली में है
उस गली पर हूँ जान से कुरबान
मेरी पहचान उस गली में है
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