इक तू नहीं

रंग सब हैं साथ इक तेरा नहीं देखिए तो जिंदगी में क्या नही एक सपना सी गुजर रहा है हयात आंखें खुलती है और कुछ होता भी नहीं है क्या कयामत टूट जाती शहर पर अगर वो मुझसे जुदा होती नहीं सोचिए इन्सान की तकदीर पर सोचने से आदमी मरता नहीं💔💔

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