चाहत

कोई कहानी नहीं कोई कविता नहीं कुछ तुम पर लिख सकूँ वो रचयिता नहीं मेरा साया हो तुम मेरी रचना हो तुम मेरी छाया हो तुम कैसे चित्रित करुं मैं छवि तुम्हारी तुलिका में सागर समाया है कभी चाहत है बनूँ मैं वो भाग्यशाली किनारा🌊 मिलने जिसे लहरें आती हैं दुबारा

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